बॉलीवुड में स्टारडम की कहानी हमेशा से दिलचस्प और संघर्षपूर्ण रही है। ऋतिक रोशन, जिन्हें फिल्म कहो ना प्यार है से रातोंरात स्टारडम मिला, उनके परिवार ने इस सफलता के साथ-साथ कड़वे अनुभवों का भी सामना किया। ऋतिक की बहन सुनैना रोशन ने हाल ही में एक इंटरव्यू में उस कठिन दौर को याद किया, जब ऋतिक की सफलता के बाद उनके पिता राकेश रोशन पर जानलेवा हमला हुआ था। इस घटना ने पूरे परिवार को झकझोर कर रख दिया था।
सपनों की शुरुआत: ऋतिक का सफर
साल 2000 में राकेश रोशन द्वारा निर्देशित फिल्म कहो ना प्यार है रिलीज हुई, और ऋतिक रोशन ने अपने शानदार अभिनय और डांस मूव्स से पूरे देश का दिल जीत लिया। फिल्म न केवल ऋतिक के लिए बल्कि राकेश रोशन के निर्देशन के लिए भी मील का पत्थर साबित हुई।
सुनैना ने कहा, “हमने कभी नहीं सोचा था कि ऋतिक इतनी जल्दी इतना बड़ा नाम बन जाएगा। उसकी सफलता के पीछे पापा की मेहनत और विश्वास था।”
सफलता के बाद मिली धमकियां
ऋतिक की सफलता के तुरंत बाद राकेश रोशन को कई धमकियां मिलने लगीं। सुनैना ने बताया, “पापा हमेशा से मजबूत रहे हैं, लेकिन हमें यह नहीं पता था कि यह सफलता हमारे लिए खतरनाक भी हो सकती है।”
हमला जिसने सबको झकझोर दिया
7 जनवरी 2000 को, जब राकेश रोशन अपने ऑफिस से लौट रहे थे, उन पर दो अज्ञात हमलावरों ने गोली चला दी। इस घटना में राकेश रोशन बुरी तरह घायल हो गए, लेकिन समय पर इलाज से उनकी जान बचा ली गई। सुनैना ने उस दिन को याद करते हुए कहा, “मुझे वो फोन कॉल कभी नहीं भूलता। मां रो पड़ी थीं, और ऋतिक अंदर से टूट गया था। हमने सोचा था कि हम पापा को खो देंगे।”
परिवार की एकजुटता
इस मुश्किल समय में पूरा रोशन परिवार एक साथ खड़ा रहा। सुनैना ने बताया, “मां ने हमें हिम्मत दी। उन्होंने कहा कि हमें पापा के ठीक होने तक कमजोर नहीं पड़ना है। ऋतिक ने शूटिंग रोक दी और पापा के साथ हर समय अस्पताल में रहा।”
मां का भावुक पल
सुनैना ने कहा, “जब पापा अस्पताल से ठीक होकर घर आए, तो मां ने उन्हें गले लगाकर रोना शुरू कर दिया। उन्होंने कहा कि हमें अब ज्यादा सतर्क रहना होगा। यह पल हमारे लिए बेहद इमोशनल था।”
हमलावरों को सजा
पुलिस की जांच में यह सामने आया कि हमला फिल्म इंडस्ट्री के अंदर की गहरी साजिश का हिस्सा था। हालांकि, हमलावरों को बाद में गिरफ्तार कर लिया गया और राकेश रोशन ने एक बार फिर साबित किया कि वे किसी भी चुनौती का सामना कर सकते हैं।
ऋतिक की प्रतिक्रिया
इस घटना ने ऋतिक को और अधिक मजबूत बना दिया। उन्होंने कहा था, “मुझे अब अपनी जिम्मेदारी का एहसास हुआ है। मेरे पिता मेरे लिए प्रेरणा हैं, और मैं उनकी उम्मीदों पर खरा उतरने की कोशिश करूंगा।”
राकेश रोशन का बयान
राकेश रोशन ने एक इंटरव्यू में कहा था, “मैंने मौत को बहुत करीब से देखा है, लेकिन मेरे परिवार ने मुझे हिम्मत दी। मैं खुश हूं कि उस मुश्किल समय में सब मेरे साथ थे।”
रोशन परिवार की सीख
इस घटना ने रोशन परिवार को एकजुट रहने और हर मुश्किल का सामना करने की सीख दी। सुनैना ने कहा, “हमने सीखा कि सफलता के साथ खतरे भी आते हैं, लेकिन अगर परिवार साथ हो, तो कुछ भी असंभव नहीं है।”
फिल्मी दुनिया का कड़वा सच
यह घटना बॉलीवुड की उस कड़वी सच्चाई को उजागर करती है, जहां सफलता के साथ ईर्ष्या और साजिशें भी जुड़ी होती हैं। हालांकि, राकेश रोशन और उनका परिवार इस मुश्किल समय से और भी मजबूत होकर उभरा।
निष्कर्ष
ऋतिक रोशन की सफलता और राकेश रोशन पर हुए हमले की यह कहानी सिर्फ एक परिवार की नहीं, बल्कि उन सभी लोगों के लिए प्रेरणा है, जो कठिन समय में हार मान लेते हैं। रोशन परिवार ने यह साबित किया कि मजबूत इच्छाशक्ति और परिवार का साथ हर मुश्किल को पार कर सकता है।
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