बॉलीवुड के दबंग स्टार सलमान खान पिछले कई सालों से टीवी रियलिटी शो बिग बॉस के होस्ट बने हुए हैं। हर साल शो की लॉन्चिंग एक धमाके की तरह होती है, सलमान के दमदार स्टाइल, कंट्रोवर्सी और ड्रामा से भरे एपिसोड दर्शकों को आकर्षित करते रहे हैं। लेकिन अब सवाल उठने लगे हैं — क्या ‘बिग बॉस’ अब अपने सुनहरे दिन पीछे छोड़ आया है?
हाल ही में शो के TRP ग्राफ में गिरावट, दर्शकों की घटती रुचि, और कंटेंट को लेकर लगातार आलोचना इस बात की ओर इशारा कर रहे हैं कि शायद ‘बिग बॉस’ संकट में है। ऐसे में सलमान खान की मेजबानी भी अब शो को नहीं बचा पा रही?
📉 TRP में भारी गिरावट
जहाँ पहले ‘बिग बॉस’ हर हफ्ते टॉप-5 शो की लिस्ट में शामिल होता था, वहीं अब TRP चार्ट से शो गायब हो गया है। हाल ही में आई रिपोर्ट्स के अनुसार, पिछले दो सीजन की तुलना में इस बार की व्यूअरशिप 20-25% तक कम देखी गई है।
कई दर्शकों का मानना है कि शो में अब रियल एंटरटेनमेंट की बजाय फॉर्मूला कंट्रोवर्सी पर ज़्यादा ध्यान दिया जा रहा है। झगड़े, गाली-गलौज और साजिशें तो पहले भी होती थीं, लेकिन अब उनमें “रियलिटी” की कमी नज़र आने लगी है।
👎 कंटेस्टेंट का चयन भी सवालों के घेरे में
बिग बॉस की जान होते हैं उसके कंटेस्टेंट्स — लेकिन पिछले कुछ सीज़न्स से दर्शकों को ये लगने लगा है कि ज्यादातर प्रतिभागी सिर्फ इंस्टाग्राम इन्फ्लुएंसर या टीआरपी के लिए लाए गए चेहरे हैं। ऐसे में दर्शकों को उनसे जुड़ाव महसूस नहीं होता।
कुछ पुराने दर्शकों का कहना है कि जब तक शो में मनोज तिवारी, श्वेता तिवारी, सिद्धार्थ शुक्ला, हिना खान, गौहर खान जैसे दमदार चेहरे थे, तब तक शो में एक “कनेक्शन” था। अब सब कुछ स्क्रिप्टेड और प्लान्ड लगता है।
😐 सलमान खान की मेजबानी भी सवालों में?
सलमान खान की मेजबानी ही शो की सबसे बड़ी USP रही है। उनकी हाजिरजवाबी, गुस्सा, और कंटेस्टेंट्स को डांटना — ये सब शो की पहचान बन चुके थे। लेकिन अब आलोचक यह कह रहे हैं कि सलमान खुद इस शो से बोर हो चुके हैं।
कई बार ऐसा देखा गया है कि वीकेंड का वार में सलमान सिर्फ औपचारिक बातें करते हैं, और ज्यादा दखल नहीं देते। यहाँ तक कि कुछ हफ्तों में उनकी जगह गेस्ट होस्ट नजर आते हैं, जिससे शो की चमक फीकी पड़ती है।
💸 प्रायोजकों और ब्रॉडकास्टर्स की चिंता
TRP गिरने का सीधा असर पड़ता है ब्रांड्स और स्पॉन्सर्स पर। पिछले सीजन में कई प्रमुख ब्रांड्स ने शो को स्पॉन्सर करने से मना कर दिया था या अपने बजट को सीमित कर दिया था। OTT प्लैटफॉर्म पर शो लाने की कोशिश भी पूरी तरह कारगर नहीं रही।
अब खबरें हैं कि चैनल इस फॉर्मेट को पूरी तरह बदलने पर विचार कर रहा है, या फिर किसी नए होस्ट को लाने की योजना बना सकता है।
🔄 क्या है समाधान?
- नई सोच: शो को ताजगी की जरूरत है। स्क्रिप्टेड झगड़ों से हटकर वास्तविक अनुभवों पर फोकस किया जाए।
- असली लोगों की भागीदारी: सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स से ज्यादा आम लोगों और प्रतिभाशाली चेहरों को मौका दिया जाए।
- होस्ट में बदलाव या रचनात्मक आज़ादी: सलमान यदि खुद ऊब चुके हैं तो किसी नए और जोशीले चेहरे को लाना चाहिए — या सलमान को अधिक रचनात्मक नियंत्रण देना चाहिए।
🔚 निष्कर्ष
“बिग बॉस” एक ऐसा शो है जिसने भारतीय टेलीविज़न पर एक नई पहचान बनाई थी, लेकिन अब वही शो अपनी पहचान बचाने के लिए संघर्ष कर रहा है। सवाल सिर्फ सलमान खान पर नहीं, बल्कि पूरे फॉर्मेट, प्रेजेंटेशन और कंटेंट पर उठ रहे हैं।
क्या आने वाले सीजन में बिग बॉस खुद को फिर से खोज पाएगा? या फिर यह शो अपने आखिरी दौर में है? वक्त ही बताएगा, लेकिन फिलहाल तो कहा जा सकता है — “बिग बॉस की घंटी खतरे की घंटी बनती जा रही है!”
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